आज की रात फ़िर जाग कर गुज़ारी है,
चलो उनकी टाइमलाइन पर टहल के आते हैं।
इनबॉक्स में जो भेजा था उनको हाल-ए-दिल,
चलो फ़िर से वही पढ़ के मुस्काते हैं।
हमारे इश्क़ की फ़िर बेकदरी की है उन्होंने,
चलो उनको उनका कहा याद दिलाते हैं।
रिप्लाई छोड़िए, लाइक तक करना भूल गए वो,
चलो हम ही लव वाला रिएक्शन दे कर आते हैं।
क्या पता पढ़ लें साहिबान ये पोस्ट,
चलो इसी उम्मीद में ये दिन भी बिताते हैं।
- हिमांशु
No comments:
Post a Comment